खेत में लगातार रासायनिक प्रदार्थों और कीटनाशकों के प्रयोग के कारण खेत की मिट्टी की उर्वरक क्षमता कम हो जाती है। ऐसी स्थिति में खेती करने से पूर्व मिट्टी में उपलब्ध पोषक तत्वों की सही जानकारी के लिए मिट्टी की जाँच कराना हर किसान के लिए आवश्यक है। जिससे पौधो के विकास के लिए जरूरी जिंक, बोरॉन, आयरन और जिप्सन आदि 16 जरूरी पोषक तत्वों की पूर्ति की जा सके।
मिट्टी की जाँच को 14 पैमानो पर चेक किया जाता है
पी एच (pH) की मात्रा
ई सी (EC) की मात्रा
जैविक कार्बन की मात्रा (OC)
नाइट्रोजन की मात्रा (N)
फास्फोरस की मात्रा (P)
पोटैशियम की मात्रा (K)
सल्फर की मात्रा (S)
जिंक की मात्रा (Zn)
बोरॉन की मात्रा (B)
आयरन की मात्रा (Fe)
मैगनीज की मात्रा (Mn)
कॉपर की मात्रा (Cu)
जिप्सम की मात्रा (CaSO4. 2H2O)
अम्लीय मृदा की मात्रा (PH)
पी एच (pH) की मात्रा
ई सी (EC) की मात्रा
जैविक कार्बन की मात्रा (OC)
नाइट्रोजन की मात्रा (N)
फास्फोरस की मात्रा (P)
पोटैशियम की मात्रा (K)
सल्फर की मात्रा (S)
जिंक की मात्रा (Zn)
बोरॉन की मात्रा (B)
आयरन की मात्रा (Fe)
मैगनीज की मात्रा (Mn)
कॉपर की मात्रा (Cu)
जिप्सम की मात्रा (CaSO4. 2H2O)
अम्लीय मृदा की मात्रा (PH)
मिट्टी की जाँच का महत्व (Importance of Soil Testing)
मिट्टी में पोषक तत्वों की जानकारी के लिए जाँच जरूरी है। क्षारीय एवं अम्लीय मिट्टी के सुधार के लिए मिट्टी की जाँच (soil testing) आवश्यक है। फसल के अधिक उत्पादन लेने के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है। मिट्टी की जांच से मिट्टी जनित रोगों का पता लगता है। इसके अलावा संतुलित व उचित उर्वरकों का उपयोग करने के लिए जांच जरूरी है। बोई जाने वाली फसल का अनुमान पता करने के लिए मिट्टी की जाँच काफी मदद करती है। इसलिए मृदा परीक्षण एक जरूरी जाँच है जिसे हर किसान भाई को खेती करते समय करवाना चाहिए । ग्रीनडे की KPC योजना के तहत मुफ़्त में अन्यथा मात्र 600 रुपए देकर यह जाँच कारवाई जा सकती है।
जब मिट्टी में जान आएगी, तभी फसल लहराएगी!
मिट्टी का स्वास्थ्य लहराती फसलों के लिए बहुत ज़रूरी है। जब मिट्टी में संतुलित मात्रा में सूक्ष्म और स्थूल पोषक तत्व (Micro and Macro Nutrients) होंगे तो उसका सीधा असर फसलों की पैदावार और गुणवत्ता पर पड़ेगा।
मिट्टी जांच के फायदे (Benefits of Soil Testing)
मिट्टी की जांच कराने से खेत की मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के साथ लवणों की मात्रा की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
मिट्टी जांच से मिट्टी की (PH) पी.एच स्तर की जानकारी मिलती है।
जिन पोषक तत्वों की कमी है उनकी पूर्ति की जा सकती है।
मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के अनुसार फसलों का चयन कर अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।
मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ाई जा सकती है।
मिट्टी में मौजूद फफूंदों का पता लगाया जा सकता है।
ग्रीनडे आपको मिट्टी की विस्तृत जाँच की सुविधा मात्र ₹ 600/- (प्रति जाँच) में देता है| हमारे कृषि विशेषज्ञ मिट्टी के सैंपल की विभिन्न पोषक तत्वों की विस्तृत जाँच करते हैं और रिजल्ट के अनुसार किसानों को सटीक एवं निष्पक्ष सलाह देते हैं|
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